यूँ देखने को भी क्या है इस दुनिया में
अच्छा है ‘फ़िरोज़’ कि तुझे दिखाई नहीं देता
यहाँ सबके होंठों पर उसी का नाम है
दिल में किसी के देखो तो दिखाई नहीं देता
जो उसकी आँख से डरते हैं , वो मर रहे हैं
वो उन्हें क्या देखेगा जो दिखाई नहीं देता
छल, कपट, हिंसा,झूठ,फ़रेब; तुम ये सब
यूँ ही करते हो न कि वो दिखाई नहीं देता
वो दुखी होकर ये दुनिया छोड़कर चला गया
तुम कहते हो वो है नहीं क्योंकि दिखाई नहीं देता
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